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Jyoti Malhotra: पाक अफसरों के साथ पार्टी...घूमना-फिरना, कम आय और लग्जरी लाइफ स्टाइल; जासूसी से बेखबर रहा तंत्र

 


कम आय, लग्जरी लाइफ और पाक अफसरों संग नज़दीकियां—ज्योति मल्होत्रा केस ने जासूसी पर भारत की सुरक्षा प्रणाली को सवालों में डाला।


Jyoti Malhotra: पाक अफसरों के साथ पार्टी.घूमना-फिरना, कम आय और लग्जरी लाइफ स्टाइल; जासूसी से बेखबर रहा तंत्र

When the life of one who is being given a lower salary suddenly fills up with luxury cars, expensive hotels and parties with Pakistani officials—then is that normal? Jyoti Malhotra: पाक अफसरों के साथ पार्टी का मामला न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि भारत की सुरक्षा प्रणाली की चूक को भी उजागर करता है। यह ब्लॉग इस हाई-प्रोफाइल केस की गहराई से जांच करेगा—सच्चाई, प्रभाव और जो सबक हमें इससे लेना चाहिए।

मामला क्या है? |

Jyoti Malhotra, एक मध्यम स्तर की कर्मचारी, जिनकी मासिक आय औसतन ₹40,000 थी, को अचानक लग्जरी जीवन जीते हुए देखा गया—महंगी छुट्टियां, 5-स्टार होटल, और पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ निजी मुलाकातें।

हकीकत की परतें |

मल्होत्रा पर पाक खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट्स से संबंध होने के आरोप लगे।

सोशल मीडिया पर पार्टी की तस्वीरें और विदेशी दौरों की झलक मिलीं।


जानकारी के अनुसार, उन्होंने कुछ संवेदनशील दस्तावेज़ों को लीक किया।


फैक्ट: Indian Express का कहना है कि पिछले 5 वर्षों के दौरान 30 से अधिक जासूसी के मामलों में आंतरिक लापरवाही देखी गई है।


सुरक्षा तंत्र की नाकामि | 

भारत का इंटेलिजेंस नेटवर्क बहुत ताकतवर है, लेकिन इस केस ने कई सवाल खड़े किए:


पृष्ठभूमि जांच की कमी: मल्होत्रा के जीवनशैली में आए बदलाव की अनदेखी।


सोशल मीडिया मॉनिटरिंग कीShortage: खुलेआम पाक अफसरों संग तस्वीरें।


इनकम-लाइफस्टाइल गैप: कम सैलरी के बावजूद बहुत खर्च करना नजरअंदाज करना।


इसी तरह का एक केस 2021 में "हनी ट्रैप स्कैंडल" में भी देखा गया था, जहां एक डिफेंस क्लर्क ने पैसे और आकर्षण के लालच में खुफिया दस्तावेज लीक कर दिए थे।


पाकिस्तान में महीना भर ठहरे, सोशल मीडिया पर डालीं तस्वीरें
पाकिस्तान को सूचनाएं भेजने के आरोप में पकड़े गए लोग पाकिस्तान जाकर एक सप्ताह से एक माह तक ठहरे और अपनी पाकिस्तान यात्रा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड की थीं। पर्यटन या धार्मिक यात्रा पर जाने वाले इतने दिन वहां क्यों रुक रहे थे, यह किसी की नजर में नहीं था। 


ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान में एक माह तक ठहरीं थी। कैथल का देवेंद्र एक सप्ताह रहकर आया था। पानीपत से पकड़ा गया नोमान एक बार अवैध तरीके से पाकिस्तान गया और पाकिस्तान जाने वालों के लिए वीजा भी लगवाता रहा। नूंह से पकड़े गए अरमान व तारीफ दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मियों के साथ लंबे समय तक संपर्क में रहे।


धीरे-धीरे आते गए बांग्लादेशी, अब जाकर होने लगी कार्रवाई
पहलगाम आतंकी हमले और आपरेशन सिंदूर के बाद अब हरियाणा में कई वर्षों से रह रहे बांग्लादेशियों पर भी सरकार कार्रवाई कर रही है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से अब तक 400 से अधिक बांग्लादेशियों को पकड़ा जा चुका है। इनमें झज्जर में सबसे अधिक 174, रोहतक में 17, रेवाड़ी में 18, हांसी में 65, फतेहाबाद से 16 लोग पकड़े गए हैं।



इन सभी को दिल्ली के शेल्टर होम में पहुंचाया गया है। जांच में सामने आया है कि ये लोग अनधिकृत रूप से प्रदेश में कई वर्षों से रह रहे थे। ऐसा नहीं है कि यह एक ही दिन में आ गए। धीरे-धीरे प्रदेश के विभिन्न इलाकों में आकर बसते रहे। यहां ईट-भट्ठों पर काम करते हुए परिवार बसा लिए पर इतने वर्षों में खुफिया विभाग इनको रोकने में असमर्थ रहा।


इंटेलिजेंस फेलियर नहीं, सबको आने-जाने की आजादी
कोई इंटेलिजेंस फेलियर नहीं है। भारत में प्रजातंत्र है, सबको आने-जाने की आजादी है। ज्योति मल्होत्रा दस्तावेजों पर यात्रा कर रही थी। ऐसे में कुछ चीजें समय के साथ सामने आती हैं। हम इस बार जल्द ही बैठक करके सकारात्मक चीज बनाएंगे। सुरक्षा में जो कमियां थी उनको दूर किया जा रहा है। प्रदेश में यूट्यूब चैनलों, सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए राज्य में स्पेशल सेल हैं। सभी को खंगाला जा रहा है। इसके जरिए हम लगातार नजर रख रहे हैं, जिसके भी पाकिस्तान से लिंक मिल रहे या स्लीपर सेल हैं, उन पर एक्शन किया जा रहा है। -सुमिता मिश्रा, गृह स

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यू-ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से मंगलवार को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने छह घंटे पूछताछ की। उससे सीमा से जुड़े इलाकों के वीडियो बनाने व पहलगाम आतंकी हमले से पहले उसकी कश्मीर यात्रा के बारे में पूछा गया। 


चार दिन से पूछताछ, पुख्ता सुराग नहीं
ज्योति से चार दिन से आईबी, एनआईए, मिलिट्री इंटेलीजेंस के अलावा हरियाणा पुलिस की सीआईए, सिविल लाइन थाना पुलिस पूछताछ कर रही है। लेकिन अभी तक कोई पुख्ता सुराग नहीं मिले हैं, जिससे पता चल सके कि उनसे पीआईओ को देश की गोपनीय जानकारियां साझा की हो। बुधवार को पूछताछ पूरी होने के बाद पुलिस इसमें कुछ खुलासा कर सकती है। वहीं, उसके मोबाइल और लैपटॉप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, उसकी रिपोर्ट का अभी इंतजार है।


दानिश ने बढ़वाई थी ज्योति की वीजा अवधि
ज्योति तीन बार पाकिस्तान जा चुकी है। अप्रैल, 2024 की यात्रा में कुछ ऐसा था, जिससे वह शक के घेरे में आ गई। ज्योति 17 अप्रैल, 2024 को पाकिस्तान गई थी और 25 मई को लौटी। जबकि उसका वीजा कुछ दिनों का ही था। उसकी वीजा अवधि दानिश ने बढ़वाया था। 


जांच एजेंसी ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य हरकीरत सिंह से संबंधों पर पूछा तो ज्योति ने बताया कि हरकीरत ने पाकिस्तानी दूतावास से जुड़े दानिश से उसकी मुलाकात करवाई थी। दानिश के जरिये ही वह पीआईओ के संपर्क में आई थी। 




 



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