Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

'क्योंकि वो मुसलमान हैं..?', कर्नल सोफिया पर मंत्री विजय शाह के विवादित बयान पर भड़कीं नेहा सिंह राठौर


 परिचय: जब एक बयान ने देश को झकझोर दिया

भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह ने दिया गया विवादित बयान—"क्योंकि वो मुसलमान हैं.?"—ने पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। इस बयान पर भोजपुरी लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह प्रकरण न केवल धार्मिक भेदभाव की ओर इशारा करता है, बल्कि देश की बेटियों के सम्मान पर भी सवाल उठाता है

विजय शाह द्वारा दिया गया विवादास्पद बयान: "क्योंकि वो मुसलमान हैं.?"

मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने हाल ही में कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में एक विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "जिन्होंने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा थे, उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी कर दी।" इस बयान में 'उनकी बहन' कहते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन कहा गया, जो उनकी मुस्लिम पहचान पर आधारित था। इस बयान की व्यापक आलोचना हुई और इसे धार्मिक भेदभाव का प्रतीक माना गया।

नेहा सिंह राठौर की प्रतिक्रिया: "कर्नल सोफिया मेरी बहन हैं"

भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा:


"कर्नल सोफिया कुरैशी मेरी बड़ी बहन हैं और हमेशा रहेंगी। एक आर्मी अफसर को आतंकियों की बहन सिर्फ इसलिए कहा गया क्योंकि वो मुसलमान हैं।"

नेहा ने यह भी पूछा कि भाजपा ने विजय शाह के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है। उन्होंने कहा, "क्या भाजपा को विजय शाह के बयान पर कोई आपत्ति नहीं है?

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों की मांग
अखिलेश यादव ने कहा कि यह बयान बीजेपी का सच्चा चेहरा उजागर करता है और देश की सेनाओं और महिलाओं के सम्मान का अपमान है।

मायावती, अजय राय, और अवधेश प्रसाद के साथ-साथ कई नेताओं ने इस बयान की निंदा की और सख्त कार्रवाई की मांग की।

सुप्रीम कोर्ट की फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को जिम्मेदारी के साथ बयान देना चाहिए। कोर्ट ने एफआईआर पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और उन्हें माफी मांगने का निर्देश दिया।

कर्नल सोफिया कुरैशी: प्रेरणादायक व्यक्तित्व
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी हैं जिन्होंने विदेशी सैन्य अभ्यास का नेतृत्व किया है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें आतंकियों के ठिकानों को जमीन पर मिटाया गया।

धार्मिक पहचान और राष्ट्र भक्ति: एक सोचिये-समझिए प्रश्न
यह अध्याय एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठाता है: क्या किसी की धार्मिक पहचान उसकी राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठा सकती है? कर्नल सोफिया कुरैशी का योगदान यह प्रमाण है कि देशभक्ति धर्म से अधिक सामान्य है। 

निष्कर्ष: मिलकर नफरत के खिलाफ आवाज उठाएं
मंत्री विजय शाह का बयान देश में फिर से धार्मिक भेदभाव और महिलाओं के सम्मान पर बहस छेड़ दी है। नेहा सिंह राठौर जैसी हस्तियों की प्रतिक्रिया यह संकेत है कि समाज अब ऐसे बयाबलों को बर्दाश्त नहीं करेगा। हमें एकजुट होकर नफरत के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे देश की बेटियों का सम्मान सुरक्षित रहे।

संबंधित लेख
भारत में महिलाओं की सैन्य सेवा: एक ऐतिहासिक दृष्टिकोण

धार्मिक भेदभाव और भारतीय संविधान

अनुशंसित चित्र
इन्फोग्राफिक: "कर्नल सोफिया कुरैशी का सैन्य करियर"

भारतीय सेना में उनकी उपलब्धियाँ

'ऑपरेशन सिंदूर' में उनकी भूमिका

उनके खिलाफ दिए गए विवादित बयान की समयरेखा

Post a Comment

0 Comments